Barehta/हिन्दी जानकारी
गाँधी जी की गिनी चुनी बातें जो मुझे वाकई अच्छी लगी उनमें से एक है जब उन्होंने कहा कि ' हमारा देश गावों में बसता है' l us समय देश की कुल आबादी का 70% से अधिक हिस्सा गावों में बसता था l
तथा कथित विकास का जोर दुर्भाग्यवश शहरों की और रहा जिसके परिणामस्वरूप मूलभूत सुविधाएं व संसाधन गाँव तक पूरी तरह से नहीं पहुंच पाए और गाँव काफी पीछे रह गए l
पिछले कुछ दशकों में स्थिति में काफी परिवर्तन हुआ है जो कि शुभ संकेत हैं l
यह कहना ठीक ही होगा कि हमारे गाँव underrated रहे हैं यह इस बात से सिद्ध होता है कि :
- 10th व 12th के परिक्षा परिणामों में आप देखेंगे कि मेरिट में ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों का दबदबा देखा गया है l
- खेल कूद में ग्रामीण परिवेश के खिलाड़ी शहर वालों से काफी आगे रहे हैं l
- प्रतियोगी परीक्षाओं में भी गाँव वाले अधिक सफल दिखते हैं l
सारांश में देश की संम्रधी गाँव के विकास से ही जुड़ी हुई है व छोटे से गाँव के आखिरी नागरिक की स्थिति ही पूरे देश के विकास का दर्पण है l
यदि सभी गाँवों तक मूलभूत संसाधन (पानी, बिजली, सड़क, शिक्षा, चिकित्सा, सा संचार साधन इत्यादी) पहुंचाना सरकारों की प्राथमिकता में आ जाए तो ग्रामीण जनता का बड़े शहरों की और पलायन स्वतः ही रुक जाएगा, परिणामस्वरूप देश वास्तव में चौगुनी रफ्तार से अग्रसर हो सकता है l